२४, नवम्बर, २०११
चंडीगढ़ में श्री श्री रविशंकरजी के साथ महासत्संग
क्या आप के सभी कार्य पूरे हो रहे हैं | इसे ही कृपा कहते हैं |
जो कोई भी इस पथ पर आता है उस पर कृपा बरसती है |
मेरे लिये फूल लाने के बजाय आप खुद फूल के जैसे खिल जाएँ | आपके चेहरे पर हर वक्त एक ऐसी मुस्कान होनी चाहिये जिसे आपसे कोई भी न ले सके | हर समय इस तरह आनंदमय रहें | जश्न और उत्साह के मध्य में यह न भूलें कि आप को साधना, सेवा और सत्संग भी करना है |
खुश रहे और दूसरों के बीच में भी खुशी का फैलाव करे |
“हंसो और हंसाओं, मत फंसो और मत फंसो फंसाओ - आप खुश रहे और दूसरों को भी खुश करे, खुद भी मत फंसो और दूसरों को भी मत फंसाओ |
जब मैं दूसरे स्थानों पर जाता हूँ तो मैं अक्सर कहता हूँ कि मुझे पंजाब की चिंता है | पंजाब में कई युवा, लड़के और लडकियां शराबी बन गये हैं या नशीली दवाइयों के सेवन के आदी हो गये हैं | यदि आप यहां बैठ कर कहते हैं कि गुरूजी हम आपसे प्रेम करते हैं तो यह पर्याप्त नहीं है | देश के सबसे बहादुर लोग पंजाब से होते हैं और यदि यह राज्य नशे की काली छाया में होगा, तो यह देश के लिये काफी बड़ा नुकसान होगा | भारत के लिये यह बहुत बड़ा नुकसान है |
इसलिये जो लोग नशे के आदि हो चुके हैं, आप उनसे कहे कि हम आपको ऐसा नशा देंगे जो कभी नहीं उतरेगा | आप उन्हें इस उत्सव में लाये जिसे वे कभी भी भूल न् पायें | फिर वे अपने नशे की लत से निकलकर सत्संग में आने लगेंगे |
हमें युवाओं को नशे की लत से निकालना होगा | मैंने सुना है कि ७५% युवा शराबी बन चुके हैं | हमें पंजाब और भारत को इससे बचाने की आवश्यकता है | हम सब को इसके लिये साथ में काम करना होगा | जो लोग नशीली दवा का सेवन कर रहे हैं, उन्हें प्राणायाम, ध्यान और सुदर्शन क्रिया करने को कहिये, फिर उनके सारे व्यसन छूट जायेंगे |
सभी युवाओं ने कसम लेनी चाहिये कि उनकी शादी में शराब का सेवन नहीं होगा | लोग दोनों गम और खुशी में शराब का सेवन करते हैं, और इससे उनकी सेहत खराब हो रही हैं | आप सब यह कसम लीजिये कि आपकी शादी में शराब का सेवन नहीं होगा | आपकी शादी में लोगों को खुशी के लिये होना चाहिये न कि शराब के सेवन के लिये |
२०१५ तक हमारे देश शराब की बिक्री ४ गुना और अधिक बढ़ जायेगी | इसलिये जब आप यह संकल्प लेंगे तभी यह बंद होना संभव हो पायेगा | उन सभी को इस पथ पर लायें |
इस वर्ष आर्ट ऑफ़ लिविंग ने ३० वर्ष पूरे किये | आप विश्व के किसी भी कोने में जाएँ वहां आपको आर्ट ऑफ़ लिविंग मिलेगा | यदि आप आर्कटिक ध्रुव के आखिरी शहर पर जायेंगे या ट्राम्सो(नॉर्वे) जहां दो महीनों तक सूर्योदय नहीं होता, वहां भी आपको लोग प्राणायाम, ध्यान और सुदर्शन क्रिया का अभ्यास करते हुये मिलेंगे | जब मैं हवाई अड्डे पर उतरा तो वहां कई लोग थे |
यदि आप दक्षिण गोलार्ध के सबसे दक्षिणी शहर, अर्जेंटीना के तिएर्रा डेल फ़ुएगो में जायेंगे, तो वहां भी आपको आर्ट ऑफ़ लिविंग मिलेगा | लोग इतने खुश हैं, कि उनके जीवन में काफी बदलाव आया है | हम सब एक विश्व परिवार बन गये हैं | यह तभी होता है जब आपका दिल शुद्ध और साफ होता है | यदि आप निरंतर ध्यान, प्राणायाम और ज्ञान में रहते हैं तो इससे आपका दिल इतना साफ हो जाता है कि आपका आशीर्वाद भी फलदायी बन जाता है |
एक बच्चे के जैसे बन जाएँ | एक बार आप जब आप इस ज्ञान के संपर्क में आ गये तो जान लीजिये कि आप शुद्ध हो गये हैं |
यह ज्ञान की गंगा है | जो भी इसमें डुबकी लगायेगा, वह अपने आप को पापी नहीं कहेगा | एक बार आप इस पथ आ गये तो जान लीजिये कि आप शुद्ध हो गये हैं |
आपको तीन बाते अपने मन में ध्यान रखनी हैं |
१. जो लोग शराब का व्यसन करते हैं उन्हें इस ज्ञान, योग, ध्यान, प्राणायाम और सुदर्शन क्रिया के पथ पर लाना है |
२. आप सब को यह कसम लेनी चाहिये कि आपकी शादी में शराब पेश नहीं की जायेगी |
३. और यह जान लीजिये कि आप शुद्ध हैं और आपका दिल साफ है | शुद्ध लोगों की संगत में आप भी शुद्ध हो जाते हैं | आपके सारे पूर्व के कर्म साफ हो जाते हैं |
प्रश्न: लोगों ने क्या करना चाहिये यदि उनकी इच्छा पूर्ण नहीं हो रही हैं ?
श्री श्री रविशंकर: कुछ समय के लिये प्रतीक्षा करें | कभी कभी आपको खुद पता नहीं होता है कि आपको क्या चाहिये, और कभी आपको कुछ चाहिये होता है लेकिन फिर आपका मन बदल जाता है | आपने कितने बार महसूस किया कि आपने जो इच्छा की थी, उसका पूरा न होना ही अच्छा था | (कई लोगों ने अपने हाथ उठाये )
इसलिये अपनी प्रार्थना के साथ इसे भी जोड़े कि, “यदि इससे कुछ अधिक मेरे लिये बेहतर हो तो उसे घटित करने की कृपा करे |
© The Art of Living Foundation
चंडीगढ़ में श्री श्री रविशंकरजी के साथ महासत्संग
क्या आप के सभी कार्य पूरे हो रहे हैं | इसे ही कृपा कहते हैं |
जो कोई भी इस पथ पर आता है उस पर कृपा बरसती है |
मेरे लिये फूल लाने के बजाय आप खुद फूल के जैसे खिल जाएँ | आपके चेहरे पर हर वक्त एक ऐसी मुस्कान होनी चाहिये जिसे आपसे कोई भी न ले सके | हर समय इस तरह आनंदमय रहें | जश्न और उत्साह के मध्य में यह न भूलें कि आप को साधना, सेवा और सत्संग भी करना है |
खुश रहे और दूसरों के बीच में भी खुशी का फैलाव करे |
“हंसो और हंसाओं, मत फंसो और मत फंसो फंसाओ - आप खुश रहे और दूसरों को भी खुश करे, खुद भी मत फंसो और दूसरों को भी मत फंसाओ |
जब मैं दूसरे स्थानों पर जाता हूँ तो मैं अक्सर कहता हूँ कि मुझे पंजाब की चिंता है | पंजाब में कई युवा, लड़के और लडकियां शराबी बन गये हैं या नशीली दवाइयों के सेवन के आदी हो गये हैं | यदि आप यहां बैठ कर कहते हैं कि गुरूजी हम आपसे प्रेम करते हैं तो यह पर्याप्त नहीं है | देश के सबसे बहादुर लोग पंजाब से होते हैं और यदि यह राज्य नशे की काली छाया में होगा, तो यह देश के लिये काफी बड़ा नुकसान होगा | भारत के लिये यह बहुत बड़ा नुकसान है |
इसलिये जो लोग नशे के आदि हो चुके हैं, आप उनसे कहे कि हम आपको ऐसा नशा देंगे जो कभी नहीं उतरेगा | आप उन्हें इस उत्सव में लाये जिसे वे कभी भी भूल न् पायें | फिर वे अपने नशे की लत से निकलकर सत्संग में आने लगेंगे |
हमें युवाओं को नशे की लत से निकालना होगा | मैंने सुना है कि ७५% युवा शराबी बन चुके हैं | हमें पंजाब और भारत को इससे बचाने की आवश्यकता है | हम सब को इसके लिये साथ में काम करना होगा | जो लोग नशीली दवा का सेवन कर रहे हैं, उन्हें प्राणायाम, ध्यान और सुदर्शन क्रिया करने को कहिये, फिर उनके सारे व्यसन छूट जायेंगे |
सभी युवाओं ने कसम लेनी चाहिये कि उनकी शादी में शराब का सेवन नहीं होगा | लोग दोनों गम और खुशी में शराब का सेवन करते हैं, और इससे उनकी सेहत खराब हो रही हैं | आप सब यह कसम लीजिये कि आपकी शादी में शराब का सेवन नहीं होगा | आपकी शादी में लोगों को खुशी के लिये होना चाहिये न कि शराब के सेवन के लिये |
२०१५ तक हमारे देश शराब की बिक्री ४ गुना और अधिक बढ़ जायेगी | इसलिये जब आप यह संकल्प लेंगे तभी यह बंद होना संभव हो पायेगा | उन सभी को इस पथ पर लायें |
इस वर्ष आर्ट ऑफ़ लिविंग ने ३० वर्ष पूरे किये | आप विश्व के किसी भी कोने में जाएँ वहां आपको आर्ट ऑफ़ लिविंग मिलेगा | यदि आप आर्कटिक ध्रुव के आखिरी शहर पर जायेंगे या ट्राम्सो(नॉर्वे) जहां दो महीनों तक सूर्योदय नहीं होता, वहां भी आपको लोग प्राणायाम, ध्यान और सुदर्शन क्रिया का अभ्यास करते हुये मिलेंगे | जब मैं हवाई अड्डे पर उतरा तो वहां कई लोग थे |
यदि आप दक्षिण गोलार्ध के सबसे दक्षिणी शहर, अर्जेंटीना के तिएर्रा डेल फ़ुएगो में जायेंगे, तो वहां भी आपको आर्ट ऑफ़ लिविंग मिलेगा | लोग इतने खुश हैं, कि उनके जीवन में काफी बदलाव आया है | हम सब एक विश्व परिवार बन गये हैं | यह तभी होता है जब आपका दिल शुद्ध और साफ होता है | यदि आप निरंतर ध्यान, प्राणायाम और ज्ञान में रहते हैं तो इससे आपका दिल इतना साफ हो जाता है कि आपका आशीर्वाद भी फलदायी बन जाता है |
एक बच्चे के जैसे बन जाएँ | एक बार आप जब आप इस ज्ञान के संपर्क में आ गये तो जान लीजिये कि आप शुद्ध हो गये हैं |
यह ज्ञान की गंगा है | जो भी इसमें डुबकी लगायेगा, वह अपने आप को पापी नहीं कहेगा | एक बार आप इस पथ आ गये तो जान लीजिये कि आप शुद्ध हो गये हैं |
आपको तीन बाते अपने मन में ध्यान रखनी हैं |
१. जो लोग शराब का व्यसन करते हैं उन्हें इस ज्ञान, योग, ध्यान, प्राणायाम और सुदर्शन क्रिया के पथ पर लाना है |
२. आप सब को यह कसम लेनी चाहिये कि आपकी शादी में शराब पेश नहीं की जायेगी |
३. और यह जान लीजिये कि आप शुद्ध हैं और आपका दिल साफ है | शुद्ध लोगों की संगत में आप भी शुद्ध हो जाते हैं | आपके सारे पूर्व के कर्म साफ हो जाते हैं |
प्रश्न: लोगों ने क्या करना चाहिये यदि उनकी इच्छा पूर्ण नहीं हो रही हैं ?
श्री श्री रविशंकर: कुछ समय के लिये प्रतीक्षा करें | कभी कभी आपको खुद पता नहीं होता है कि आपको क्या चाहिये, और कभी आपको कुछ चाहिये होता है लेकिन फिर आपका मन बदल जाता है | आपने कितने बार महसूस किया कि आपने जो इच्छा की थी, उसका पूरा न होना ही अच्छा था | (कई लोगों ने अपने हाथ उठाये )
इसलिये अपनी प्रार्थना के साथ इसे भी जोड़े कि, “यदि इससे कुछ अधिक मेरे लिये बेहतर हो तो उसे घटित करने की कृपा करे |
© The Art of Living Foundation