"तुम्हारा अस्तित्व तुम्हारी करनी से अधिक महत्व रखता है"

भारत का गर्वपूर्ण इतिहास

पुणे में १३ जनवरी २०१० को सदगुरु परिवार की ओर से गुरुजी को सदगुरु भूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया। इस उपलक्ष्य में गुरुजी ने कहा -
महाराष्ट्र की भूमि संतों की भूमि रही है और आगे भी रहेगी। हर बच्चे में एक संत होता है और हर संत में एक बच्चा। सदगुरु परिवार बच्चों में संस्कृति और परंपरा जागृत रखने का बहुत अच्छा काम कर रहा है।
महाराष्ट्र के एक गांव की बालिका, जो आगे चलकर महारानी बनी, ने १८१ मंदिरों का निर्माण करवाया। हर बच्चे को रानी अहिल्याबाई होल्कर की कथा मालूम होनी चाहिये। उनकी जीवनी एक विदेशी व्यक्ति फ़्रान्कोइस गौटियर ने बड़ी खूबसूरती से लिखी है। ये भारत के हर बच्चे के लिये एक प्रेरणादायक हो सकती है।

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