३१
२०१२
दिसंबर
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बर्लिन , जर्मनी
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वर्ष २०१२ बहुत जल्दी निकल गया | इसे फिर से याद करते हैं | जब यह साल शुरू हुआ , २१ दिसंबर २०१२ बहुत बड़ा चर्चा का विषय रहा | ऐसी अफवाह थी कि दुनिया का अंत होने वाला है | कई लोग अफवाहों पर विश्वास करते हैं , कम से कम कुछ लोग तो अफवाहों पर दृढ़ता से विश्वास करते हैं | लोग अपने घर के बेसमेंट में भोजन एकग्रित करने लगे, और क़यामत के दिन का इंतज़ार करने लगे | मैं बार बार यह कहता रहा कि ऐसा कुछ नहीं होने वाला |
हालांकि इस वर्ष ने कई तबाहियां देखी, हर वर्ष के तरह | शायद थोड़ी ज्यादा |
अमरीका में काफी तबाही हुई , जापान में
समस्या थी और विश्व के अन्य भागों में भी समस्या थी ; यह प्रकृति का आक्रोश था |
उसी समय पर आर्थिक संकट , जिस पर लोगों को लगा कि यह स्थिति को और बदतर बना देगा लेकिन उसे भी संभाल लिया गया | फिर भी सब कुछ अच्छे से ही चल रहा है | लोग अभी भी जीवित है | हालांकि स्थिति को और बेहतर होना होगा और वह बेहतर होने भी लगी है | आने वाला साल २०१३ और अच्छा होगा |
आज कल लोगों में पर्यावरण , महिलाओं और
बच्चों की सुरक्षा के प्रति काफी जागरूकता हैं | जो हम सालों से कह रहे थे , आज लोग जाग गये हैं और कह रहे हैं , ‘हमें
और मानवीय मूल्यों की आवश्यकता है और हिंसा में कमी आनी चाहियें’ |
इस साल हम सब एक बेहतर समाज बनाने के लिये प्रतिज्ञा लें | एक हिंसा रहित समाज , भ्रष्टाचार और अपराध रहित समाज , सुरक्षित और व्यवस्थित समाज और एक ऐसी दुनिया जो स्थिर और
व्यवस्थित हो | हम में से अधिकांश लोगों ने आध्यात्मिक उन्नति और आध्यात्मिक सजगता
के लिये कार्य करना चाहियें | ज्यादा से ज्यादा लोग आध्यात्मिक सजगता और जागृति के
लिये तत्पर हैं |
आर्ट ऑफ लिविंग एक बड़ी छलांग लगाने वाला है | हम दो नयी क्रिया सिखाने जा रहे
हैं जिससे लोगों का जीवन और आनंदमय बन जायेगा | लोग बहुत ज्यादा आनंद , सक्रियता , प्रतिबद्धता
, करुणा और रचनात्मकता की अनुभूति करेंगे |
समय चुनौती देता रहता हैं और यह आप पर निर्भर करता है कि इन चुनौतियों से कैसे
लाभ लें सकें | जब कभी भी आपके सामने कोई चुनौती हो तो आप यह देखे कि कैसे मैं इस
चुनौती को अपने विकास के लिये एक अवसर दे सकता हूँ | कैसे आप उसका सामना करते हुये
अपने विकास के लिये उपयोग कर सकते हैं | हमें यह करने की आवश्यकता है |
जैसे आप इस साल के अंत की ओर बढ़ रहे हैं , उन
सभी चुनातियों के बारे में सोचे और उनका सामना करते हुये कैसे उसने आपके विकास में
योगदान दिया | यह सोचे कि उन चुनातियों का आप ने कैसे सामना किया , आपने क्या गलतियां की , और
उन गलतियों से आपको क्या शिक्षा मिली | यह पहला कदम है |
दूसरी बात है कि आप उन सभी उपहारों के बारे में सोचे जो पिछले वर्ष ने आपको
दियें और कैसे उन ने आप के जीवन को सवांरा और कैसे आप उन उपहारों को इस ग्रह में
जीवन को बेहतर बनाने के लिये उपयोग कर सकते हैं |
हर कोई में कुछ न कुछ प्रतिभा और कौशल होता है | आप को यह देखना है कि आप इन
प्रतिभाओं का उपयोग कैसे करते हैं | आप उसका उपयोग कर भी रहे हैं क्या ? यह आपको
देखना होगा |
यह तय करें कि आने वाले साल के १२ महीनों में आप प्रतिदिन क्या करेंगे ?
प्रतिदिन ध्यान करें | प्रत्येक ३ से ४ महीने के अंतराल में कुछ समय निकाले और मौन
और ध्यान के गहन में जायें | साल में कम से कम १ बार आप ने मौन में ध्यान करना
चाहियें (एडवांस कोर्स) , और कुछ समय समाज के लोगों के लिये और
इस ग्रह के सभी लोगों के लिये कुछ अच्छा काम करें |
सिर्फ अपने बारे में न सोचें और कुछ सेवा कार्य करें | फिर आप देखेंगे जो कुछ भी आप को चाहिये वह अपने आप आप के पास आयेगा | आपको पहले कुछ करना होगा और फिर आप मांग करें और आपको मिलेगा |
यदि आप कहेंगे , ‘ मुझे सिर्फ अपने लिये चाहिये , और मैं
कुछ नहीं करूंगा’ , फिर इससे बात नहीं बनेगी | पहले समाज के लिये कुछ
अच्छा कार्य करें, लोगों के चेहरों पर मुस्कान लायें और फिर योग्यता के अनुसार कुछ
पायें | यदि आप लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाते हैं तो फिर अपने लिये भी कुछ मांग
सकते हैं | आप समझ रहे हैं मैं क्या कह रहा हूँ | यह सहीं में एक व्यापार है |
यदि आप के पास पैसे होंगे तभी आप बाज़ार में खरीदारी के लिये जा सकते हैं | यदि
आप के पास पैसे और क्रेडिट कार्ड नहीं है तो आपको कोई क्या देगा | इसके लिये पहले
आप के पास बैंक बैलेंस होना चाहियें , ठीक है ना ?
जब आप सेवा करते हैं तो आपका बैंक बैलेंस बढ़ता है | फिर आप कुछ भी मांग करें तो वह
आप को मिल जाता हैं |
आप पूरा सुपर मार्केट खरीद सकते हैं यदि आप ने ज्यादा अंक अर्जित किये हैं |
इसलिये समाज के लिये कुछ अच्छा करने के लिये प्रतिज्ञा लें , और
यह विश्वास रखे कि हमें जो कुछ भी चाहियें , वह हमारे पास
आयेगा और वह हमें मिलेगा |
हमारी इच्छा निश्चित ही पूरी होगी | जब हम कोई इच्छा करेंगे , वह निश्चित ही पूरी होगी |
फिर आपको जीवन में नये सबक सिखने के लिये तैयार रहना चाहियें |
जीवन की यात्रा में उत्साह , मुस्कान और आनंद हर समय बना कर रखें |
सभी चल रहे हैं | कुछ लोग चिल्ला कर और रो कर चल रहे हैं और कुछ लोग
मुस्कुरातें हुये चल रहे हैं |
सभी लोग कन्वेयर बेल्ट पर है और बेल्ट चल रहा है | कुछ लोग रो रहे हैं और कुछ
हंस रहे हैं फिर भी कन्वेयर बेल्ट चल ही रहा है |
अब यह आप की इच्छा है कि आप समय के इस कन्वेयर बेल्ट पर कैसे चलते हैं |
कार में रियर वियु मिरर होता है ? एक बड़ी विंडशील्ड होती है और एक छोटा रियर वियु
मिरर होता है | ऐसी कल्पना करें कि रियर वियु मिरर विंडशील्ड जितना बड़ा हो और
विंडशील्ड रियर वियु मिरर जितनी छोटी हो तो आप को क्या होगा ? क्या आप गाडी चला
सकते हैं ? नहीं !
आप की कार आपको एक सबक सिखा सकती है | वह सबक क्या है ? आपको छोटे मिरर के
जैसे पीछे थोड़ा ही देखना होता है |
रियर वियु मिरर अतीत है और विंडशील्ड वर्तमान है | भविष्य बाजू की वियु मिरर के जैसे है | इस लिये जब आप गाड़ी चलाते हैं तो आपको बाजू में और पीछे भी देखना पड़ता है लेकिन अधिकांश समय आप आगे ही देखते हैं |
यदि आप बाजू की मिरर को ही देखते रहेंगे तो निश्चित ही दुर्घटना हो जायेगी |
इसलिये आपको आगे देखना चाहिये और कभी कभी बाजू की वियु मिरर और पीछे की रियर वियु मिरर
को देखें | अतीत और भविष्य को थोड़ा ही देखे लेकिन अधिकांश समय वर्तमान में ही
रहियें | आप क्या कहते हैं ?
अब समय आ गया है और अब अच्छे लोगों की आवाज़ प्रबल होगी | जो सभी लोग बुरी चीजें
कर रहे हैं उन में भी प्रकाश आयेगा और उनके मन बदल जायेंगे | आध्यात्म की लहर
लोगों में बदलाव लाना शुरू करेगी | यह आने वाले वर्षों में होने वाला है | यह लहर
और प्रबल होने वाली है |
जो लोग सभी को धोखा दे रहे हैं , वे सभी सत्ता की कुर्सी से नीचे गिरेंगे और उनका पर्दाफाश होगा | जो लोग सभी को धोखा दे रहे हैं , उनका पर्दाफाश होगा , यह होकर रहेगा | इसलिये आने वाला समय हम सब के लिये अच्छा होगा | |